प्रकाशन

प्रकाशन

चित्र विवरण देखे
${hi.filecoverImg}
ईओएस-06 (ओशनसैट-3) : एन ओशन ऑफ अपार्चुनिटीज

इस पुस्तक का उद्देश्य चित्रों और उनके वैज्ञानिक उद्देश्यों, नीतभार विनिर्देशों और अनुप्रयोग के विस्तृत विवरणों के माध्यम से ईओएस-06 मिशन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को दर्शाना है।
अधिक (10.22 MB, )
${hi.filecoverImg}
भारतीय विद्युत-प्रकाशीय नीतभारों का विकास: एक चित्रमयी काव्य गाथा

इस पुस्तक में नीतभारों की जटिल संरचनाओं, उनकी विशेषताओं और विशेष उपलब्धियों को काव्यात्मक रूप में प्रस्तुत किया गया है और सैक वैज्ञानिकों द्वारा उनके मनोरम स्केच बनाया गए हैं। यह पुस्तक विद्युत-प्रकाशीय नीतभारों के विकास संबंधी विभिन्न तथ्यों को नूतन एवं अनोखे रूप से प्रस्तुत करने का प्रयास है।
अधिक (19.06 MB, )
${hi.filecoverImg}
डेसर्टीफिकेशन एंड लैंड डिग्रडेशन एटलस ऑफ़ इंडिया ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

वर्तमान एटलस वर्ष 2018-19 समयफ्रेम के दौरान जीआईएस पर्यावरण में भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (आईआरएस), उन्नत विस्तृत क्षेत्र संवेदक (एडब्ल्यूआईएफएस) डेटा के ऑन-स्क्रीन दृश्य निर्वचन का प्रयोग कर राज्य-वार मरुस्थलीकरण और भू अपक्षयन (डीएलडी) डेटा प्रस्तुत करता है।
अधिक (94.87 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्पेस बेस्ड ऑब्जरवेशन ऑफ़ इंडियन वेटलेंड ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

आर्द्र भूमि जलमग्न या पानी से संतृप्त जमीन, प्राकृतिक या मानव सृजित, अंतःस्थलीय या तटीय, स्थायी या अस्थायी, स्थिर या प्रवाही, वनस्पति सहित या वनस्पति रहित, होती हैं जिनमें भूमि-जल अंतरापृष्ठ अनिवार्य रूप से होता है।
अधिक (471.96 MB, )
${hi.filecoverImg}
एक्सप्लोरिंग द अंटार्कटिक ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह पुस्तक अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक-इसरो) द्वारा पृथ्वी प्रेक्षण डेटा और राष्ट्रीय ध्रुवीय एवं महासागर अनुसंधान केंद्र द्वारा समन्वित अंटार्कटिका अभियानों में प्रतिभागिता के एक दशक (2009-2019) के अनुभव का उपयोग करते हुए अंटार्कटिक क्षेत्र में विभिन्न वैज्ञानिक अध्ययनों के प्रमुख आकर्षण प्रस्तुत करती है।
अधिक (35.11 MB, )
${hi.filecoverImg}
व्यइंग द ओसियंस फ्रॉम स्पेस "थिंक ब्लू : डेवलपिंग थे नेशन्स इकोनोमी

महासागर पृथ्वी की जलवायु नियंत्रित करने में मुख्य भूमिका निभाते हैं और कार्बन सिंक का कार्य भी करते हैं। इस पुस्तिका में, महासागर प्रक्रियाओं, सागर स्थिति पूर्वानुमान, संभावित मत्स्य क्षेत्र, जोखिम एवं पराकाष्ठाएं, तटीय सुभेद्यता आदि को समझने के लिए अंतरिक्ष उपयोग केंद्र में किए जा रहे महासागर संबंधी प्रमुख अनुप्रयोगों को दर्शाया गया है।
अधिक (10.01 MB, )
${hi.filecoverImg}
आईज ऑन वेव्स फ्रॉम स्पेस ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस वेववॉच-3 वर्जन 4.18 (डब्ल्यूडब्ल्यू3) अनुकरणों पर आधारित है। डब्ल्यूडब्ल्यू3 अनुकरणों के 17 वर्ष (2000 से 2016 तक) के अनुकरणों को, विशेष रूप से अति उच्च स्थानिक विभेदन (10x10 किमी) पर उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र पर तरंग जलवायुविज्ञान का सृजन करने हेतु प्रयोग किया गया है। ईसीएमडब्ल्यूएफ से प्राप्त ईआरए-अंतरिम पवन को मॉडल के साथ बलपूर्वक लगाकर अनुकरण बनाए जाते हैं।
अधिक (6.24 MB, )
${hi.filecoverImg}
कोरल रीफ एटलस ऑफ़ रेड सी & गल्फ ऑफ़ अदेन ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध ) ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

रिसोर्ससैट-1 एडब्ल्यूआईएफएस के 2004-2009 के डेटा के आधार पर लाल सागर और ईडन की खाड़ी की प्रवाल भित्ति आवासों की भू-स्थानिक सूची तैयार की गई। लाल सागर और ईडन की खाड़ी का प्रवाल भिति आवास मानचित्रण करने के लिए हिंद महासागर के प्रवाल भिति मानचित्रण की चार स्तरीय वर्गीकरण पद्धति का प्रयोग किया गया।
अधिक (72.11 MB, )
${hi.filecoverImg}
मंगल एटलस

यह वैज्ञानिक मंगल एटलस मंगल कक्षित्र मिशन (मॉम) यान पर लगे विभिन्न उपकरणों विशेषकर मंगल रंगीन कैमरे (एमसीसी) द्वारा लिए गए चित्रों के माध्यम से मंगल की विभिन्न स्थलाकृतिक विशिष्टताओं तथा वहां पर होने वाली वायुमंडलीय घटनाओं की झलक प्रदान करता है।
अधिक (19.37 MB, )
${hi.filecoverImg}
चंद्रयान-१ लूनर साइंस एटलस ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

चंद्रयान-1 अंतरिक्षयान ने चंद्र भूविज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर चंद्रमा के धरातल से बड़ी मात्रा में डेटा प्राप्त किया है। प्रस्तुत चंद्र विज्ञान एटलस चंद्र भूविज्ञान के विस्तृत क्षेत्र में चंद्रयान-1 के डेटा का प्रयोग कर विभिन्न रोचक और नई वैज्ञानिक खोजों का संग्रह है।
अधिक (69.87 MB, )
${hi.filecoverImg}
सागर के रंग उपग्रह के संग ( सिर्फ हिन्दी में उपलब्ध )

इस पुस्तक में सागर की उत्पत्ति से लेकर उसकी जैव विविधता, उस पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, और इन सब का उपग्रह द्वारा अध्ययन आदि रोचक विषयों को सम्मिलित किया गया है.
अधिक (2.26 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2008-09 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैंI यह डेटा जलविज्ञान एवं जलवायु विज्ञान संबंधी अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी होगा।
अधिक (7.51 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया ( वॉल्यूम - 5 ) उड़ीसा एंड वेस्ट बंगाल ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-5 ओडिशा और पश्चिम बंगाल का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (22.65 MB, )
${hi.filecoverImg}
उपग्रह संचार के सिद्धांत एवं ऐन्टेना एक विहंगावलोकन

इस पुस्तक में लेखक ने अंतरिक्ष के मूलभूत सिद्धांतों, ऐंटेना के प्रसारण गुणधर्म, उपग्रह से संबंधित विभिन्न कक्षाओं और इनके प्रकार, प्रयोग और अनुप्रयोग इत्यादि विषयों पर संक्षिप्त में जानकारी दी है। इसके अलावा, लेखक ने वर्तमान में ऐंटेना तकनीकों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की है तथा ऐंटेना अभिकल्पना में चुनौतियों के विषय में उत्कृष्ट जानकारी प्रदान की है।
अधिक (2.91 MB, )
${hi.filecoverImg}
उपग्रह संचार एवं नौसंचालन अनुप्रयोग क्षेत्र एक झलक

अंतरिक्ष उपयोग केंद्र का सैटकॉम एवं नेवीगेशन एप्लीकेशन एरिया (एसएनएए) सेटेलाइट कॉम्युनिकेशन एवं टेलीकॉम्युनिकेशन (संचार) माध्यम आदि प्रणालियों के लिये उपयोगी उपकरण विकसित करने का दायित्व निभाता है। यह पुस्तिका एस.एन.ए.ए. की प्रवृत्तियों का ब्यौरा देती है।
अधिक (2.74 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2015-16 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भगीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (13.03 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2014-15 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में तीस्ता और रंगत उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (3.36 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2013-14 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में तीस्ता और रंगत उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (14.51 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2012-13 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में तीस्ता और रंगत उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (8.19 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2011-12 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में तीस्ता और रंगत उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (22.06 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2010-11 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस तीस्ता बेसिन का अक्टूबर 2010 से जून 2011 का हिम आच्छादन उप-बेसिन वार प्रस्तुत करता हैI इस रिपोर्ट में शामिल उप-बेसिन में तीस्ता और रंगित हैंI
अधिक (7.95 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2009-10 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2009 से जून 2010 तक सत्लुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीटी, बास्पा, जीवा,परबाती और बीयस उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (2.04 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ तीस्ता बेसिन 2008-09 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक तीस्ता बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में तीस्ता और रंगत उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (6.39 MB, )
${hi.filecoverImg}
सुदूर संवेदन हेतु विद्युत प्रकाशीय कैमरा- एक परिचय ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस पुस्तक के माध्यम से लेखकों द्वारा एक विद्युत-प्रकाशीय कैमरे के घटकों के परिचय तथा उसके अंतरिक्ष से उपयोग को वर्णित किया गया है। लेखकों ने काफी व्यवस्थित एवं सुसंगत तरीके से जटिल वैज्ञानिक व तकनीकी सिद्धांतों को सरलता से एक आम आदमी की भाषा में वर्णन किया है।
अधिक (4.07 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोरलाइन चेंज एटलस ऑफ इंडिया (वॉल्यूम- 6) लक्षद्वीप द्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-6 का मानचित्र लक्ष्यद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह प्रदर्शित करता है)।
अधिक (25.80 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्पेक्ट्रम ऑफ़ इंडिया ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

एवीआईआरआईएस जी संवेदक प्रणाली से प्राप्त हवाई अतिवर्णक्रमी डेटा त्रिविम डेटा क्यूब, उसका अंशांकन और वैधीकरण समझने के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। अभियान और विज्ञान टीमों के समन्वित प्रयासों से भारत के 57 क्षेत्रों पर अतिवर्णक्रमी हवाई डेटा और जमीनी सत्य के अर्जन में सुविधा हुई। अनुसंधान आलेखों के वर्तमान संकलन में एवीआईआरआईएस-एनजी के साथ चरण-1 के अतिवर्णक्रमी डेटा का प्रयोग कर प्राप्त किए गए प्रारंभिक वैज्ञानिक परिणाम शामिल हैं।
अधिक (27.64 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2015-16 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (27.87 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2014-15 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (8.91 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2013-14 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (41.19 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2012-13 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (16.10 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2011-12 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (23.78 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2010-11 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2010 से जून 2011 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (18.79 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2009-10 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2009 से जून 2010 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (17.08 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया ( वॉल्यूम - 2) महाराष्ट्र एंड गोवा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-2 महाराष्ट्र और गोवा का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (25.88 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ सतलज बेसिन 2088-09 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक सतलुज बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में पिन, स्पीति, बास्पा, जीवा, पारबती और व्यास उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (16.77 MB, )
${hi.filecoverImg}
प्रतिबिंब संकेत और डाटा प्रक्रमण में सीपा, सैक का योगदान

इस पुस्तक में संकेत एवं प्रतिबिंब प्रक्रमण की चुनौतियों को उजागर किया गया है और इनके हल प्राप्त करने की तकनीकों को प्रस्तुत किया गया है। प्रक्रमण के सिद्धांतों और समीकरणों को भी पेश किया गया है। यह पुस्तक डेटा प्रक्रमण से संबंधित समुचित जानकारी और ज्ञान उपलब्ध कराती है।
अधिक (4.76 MB, )
${hi.filecoverImg}
नॅशनल वेटलेंड इन्वेंटरी एंड असेसमेंट - टेक्निकल गाइडलाइन्स एंड प्रोसीजर्स ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह दस्तावेज वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार के आदेश पर अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, इसरो, अहमदाबाद द्वारा राष्ट्रीय आर्द्र भूमि तालिका और मूल्यांकन पर परियोजना के निष्पादन में भाग लेने वाली एजेंसियों के प्रयोग हेतु तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करता है।
अधिक (4.27 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: वेस्ट बंगाल ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (120.55 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: उत्तराखंड ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (84.52 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: उत्तर प्रदेश ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (376.75 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: यूनियन टेरिटरीज ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (43.08 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: त्रिपुरा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (20.17 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: तमिलनाडु ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (169.77 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: सिक्किम ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (35.43 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: सिक्किम ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (35.43 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: राजस्थान ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (197.34 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: पंजाब ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (111.38 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: उड़ीसा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (171.45 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: इस्टर्न एटलस स्टेट्स ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (100.66 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: इंडिया ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (101.60 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: नागालैंड ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (21.52 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: मिजोरम ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (40.31 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: मेघालय ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (18.83 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: मणिपुर ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (55.73 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: महाराष्ट्र ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (188.14 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: मध्यप्रदेश ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (265.52 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: लक्ष्यदीप ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (14.24 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: केरल ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (89.41 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: कर्णाटक ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (168.96 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: झारखण्ड ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (118.17 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: जम्मू एंड कश्मीर ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (122.49 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: हिमाचल प्रदेश ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (70.83 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: हरयाणा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (114.58 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: गुजरात ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (152.70 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: गोवा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (21.48 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: दिल्ली ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (77.82 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: दिल्ली ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (77.82 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: छत्तीसगढ़ ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (90.93 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: असम ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (123.59 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: अरुणाचल प्रदेश ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (59.07 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: आंध्रप्रदेश ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (71.37 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: अंडमान एंड निकोबार आइसलैंड्स ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (30.08 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलेंड एटलस: वेत्लेंड्स ऑफ़ इंटरनेशनल इम्पोर्टेंस अंडर रामसर कन्वेंशन ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रकाशन एटलस प्रारूप में संकलित किए गए अद्यतन डेटा बेस और आर्द्र भूमि से संबंधित है। हमारी आर्द्रभूमियों प्रभावित होने के संबंध में बढ़ती चिंता ने एक नई परियोजना राष्ट्रीय आर्द्रभूमि सूची और निर्धारण (एनडब्ल्यूआईए) का निर्माण किया है जिसमें भारत की आर्द्रभूमियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है।
अधिक (164.39 MB, )
${hi.filecoverImg}
नेशनल वेटलैंड एटलस: हाई अल्तितुते लक्स ऑफ़ इंडिया

मुख्यतः हिमालयी क्षेत्र में, औसत समुद्र स्तर से 3000 मी. ऊपर की तुंगता (एएमएसएल) पर पाया गया 'उच्च तुंगता सरोवर - एचएएल', भारत की महत्वपूर्ण प्राकृतिक आर्द्रभूमियों में से एक है।
अधिक (94.87 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया (वॉल्यूम - 3) कर्नाटक एंड केरला ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-3 कर्नाटक और केरल का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (51.11 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया (वॉल्यूम - 3) कर्नाटक एंड केरला ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 2004-06 और 2014-16 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-3 कर्नाटक और केरल का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (21.11 MB, )
${hi.filecoverImg}
मॉनिटरिंग स्नो एंड ग्लॉसीजर्स ऑफ़ हिमालयन रीजन ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह दस्तावेज पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एंड सीसी) और अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (एनएनआरएमएस) कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय परियोजना, हिमालय क्षेत्र के हिम और ग्लेशियरों का मानीटरन (चरण-II) के प्रमुख लक्षणों के विवरण प्रदान करता है।
अधिक (30.41 MB, )
${hi.filecoverImg}
कृत्रिम उपग्रहों में ऊष्मीय प्रबंधन ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस पुस्तक में उपग्रहों की संरचना से संबंधित प्रारंभिक जानकारी के साथ उपग्रहों में ऊष्मीय प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। उपग्रहों में ऊष्मीय प्रबंधन के मुख्य विषयों जैसे ऊष्मा स्थानांतरण, कक्षीय ऊष्मा भारों एवं तापीय विश्लेषण को सरल शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
अधिक (3.80 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2015-16: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (23.17 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2015-16: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (29.62 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2014-15: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (9.84 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2013-14: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (4.91 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2013-14: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (20.12 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2012-13: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (7.50 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2012-13: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (31.86 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2011-12: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (13.80 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2011-12: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (15.30 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2010-11: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2010 से जून 2011 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (6.50 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2010-11: वॉल्यूम-l ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (22.42 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2009-10: वॉल्यूम-ll ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में नुब्रा, श्योक, शिगर, हंजा, गिलगिट और शासगन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (18.07 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ थे इंडस बेसिन 2009-10 वॉल्यूम - 1 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (13.74 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोरलाइन चेंज एटलस ऑफ इंडिया (वॉल्यूम- 1) गुजरात, दमन और दीव ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-1 गुजरात, दमन और दीव का मानचित्र प्रदर्शित करता है)। मानचित्र क्षय होती, स्थिर और अभिवृद्धि होती तटरेखा को प्रदर्शित करते हैं। प्रयुक्त डेटा, प्रणाली, परिणाम, क्षय और अभिवृद्धि के अधीन क्षेत्र तथा तट सुरक्षा उपायों की स्थिति संक्षेप में वर्णित हैं।
अधिक (75.33 MB, )
${hi.filecoverImg}
इमेजेज ऑफ़ द मून फ्रॉम चंद्रयान - 1 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह प्रतिबिंब संग्रह टीएमसी और हायसि नीतभारों से प्राप्त अति उच्च पैमाने पर चंद्र की सतह की झलकियाँ प्रदान करता है। लक्षणों के अलावा, यह चंद्रमा के रास्ते में चंद्रयान-1 द्वारा लिए गए प्रारंभिक प्रतिबिंब भी दर्शाता है, जब चंद्रयान-1 ने क्रमशः 70000 कि.मी. और 311200 कि.मी. की दूरी से पृथ्वी और चंद्रमा के प्रतिबिंब लिए थे।
अधिक (388.35 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2015-16 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (13.04 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2014-15 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (4.74 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2013-14 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (12.15 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2012-13 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (9.20 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2011-12 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस गंगा बेसिन अक्टूबर 2011 से जून 2012 का हिम आच्छादन उप-बेसिन वार प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (6.71 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2010-11 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2010 से जून 2011 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (2.69 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2009-10 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2009 से जून 2010 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है।इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (2.68 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोरलाइन चेंज एटलस ऑफ इंडिया (वॉल्यूम- 4) आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पांडिचेरी ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 2004-06 और 2014-16 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-4 तमिलनाडु, पुदुचेरी और आंध्रप्रदेश का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (31.15 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया ( वॉल्यूम - 5) उड़ीसा एंड वेस्ट बंगाल ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 2004-06 और 2014-16 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-5 ओडिशा और पश्चिम बंगाल का मानचित्र प्रदर्शित करता है)I
अधिक (22.47 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2008-09 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक गंगा बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में अलकनंदा, भागीरथी और यमुना उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (9.36 MB, )
${hi.filecoverImg}
डेसर्टीफिकेशन स्टेटस मैपिंग ऑफ़ इंडिया 2nd साइकिल: टेक्निकल गाइडलाइन्स ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह दस्तावेज देश के ठंडे और गर्म क्षेत्रों में, शुष्कभूमि के मरुस्थलीकरण स्थिति मानचित्रण के लिए परियोजना के चरण-1 के दौरान विकसित एवं मानकीकृत मरुस्थलीकरण संकेतक, विस्तृत वर्गीकरण पद्धति, कार्यप्रणाली और निदेशिका का संक्षिप्त विवरण प्रदान करता है।
अधिक (2.04 MB, )
${hi.filecoverImg}
डेसर्टीफिकेशन लैंड डिग्रडेशन एटलस ऑफ़ सिलेक्टेड डिस्ट्रिक्स ऑफ़ इंडिया: वॉल्यूम-2 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस 2011-13 और 2003-05 की अवधि के समय फ्रेम हेतु संपूर्ण देश और राज्य-वार समेकित सांख्यिकी के साथ भूमि उपयोग के मानचित्र, भू अपक्षयन प्रक्रिया और गंभीरता स्तर को दर्शाने वाले मरुस्थलीकरण/भू अपक्षयन स्थिति के मानचित्र प्रस्तुत करता है और परिवर्तन सूचित करती है। एटलस के इस खंड-2 में महाराष्ट्र से पश्चिम बंगाल के जिले सम्मिलित किये गए हैं।
अधिक (63.90 MB, )
${hi.filecoverImg}
डेसर्टीफिकेशन लैंड डिग्रडेशन एटलस ऑफ़ सिलेक्टेड डिस्ट्रिक्स ऑफ़ इंडिया: वॉल्यूम-1 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस 2011-13 और 2003-05 की अवधि के समय फ्रेम हेतु संपूर्ण देश और राज्य-वार समेकित सांख्यिकी के साथ भूमि उपयोग के मानचित्र, भू अपक्षयन प्रक्रिया और गंभीरता स्तर को दर्शाने वाले मरुस्थलीकरण/भू अपक्षयन स्थिति के मानचित्र प्रस्तुत करता है और परिवर्तन सूचित करती है। एटलस के इस खंड-1 में आंध्रप्रदेश से मध्यप्रदेश के जिले सम्मिलित किये गए हैं।
अधिक (57.43 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोरलाइन चेंज एटलस ऑफ इंडिया (वॉल्यूम- 4) आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पांडिचेरी ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 1989-91 और 2004-06 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-4 आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु और पुदुचेरी का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (30.82 MB, )
${hi.filecoverImg}
डेसर्टीफिकेशन एंड लैंड डिग्रडेशन एटलस ऑफ़ इंडिया ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस 2011-13 और 2003-05 की अवधि के समय फ्रेम हेतु संपूर्ण देश और राज्य-वार समेकित सांख्यिकी के साथ भूमि उपयोग के मानचित्र, भू अपक्षयन प्रक्रिया और गंभीरता स्तर को दर्शाने वाले मरुस्थलीकरण/भू अपक्षयन स्थिति के मानचित्र प्रस्तुत करता है और परिवर्तन सूचित करती है।
अधिक (130.90 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2015-16 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (12.72 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2014-15 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2014 से जून 2015 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (10.82 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2013-14 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (30.26 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2012-13 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (4.97 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2011-12 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (23.67 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2010-11 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2010 से जून 2011 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (8.62 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोर लाइन चेंज एटलस ऑफ़ इंडिया ( वॉल्यूम - 2) महाराष्ट्र एंड गोवा ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 2004-06 और 2014-16 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-2 महाराष्ट्र और गोवा का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (18.40 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ चिनाब बेसिन 2009-10 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2009 से जून 2010 तक चिनाब बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में रावी, चंद्र, भागा, मियार, भूत और वारवन उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (18.53 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2015-16 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2015 से जून 2016 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (4.42 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2013-14 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2013 से जून 2014 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (16.36 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2012-13 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2012 से जून 2013 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (9.13 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2011-12 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2011 से जून 2012 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (8.57 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2010-11 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2010 से जून 2011 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (4.27 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ ब्रहम्म्पुत्र बेसिन 2009-10 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2009 से जून 2010 तक ब्रह्मपुत्र बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में दिभांग, सुबनसिरी और तवांग उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (2.58 MB, )
${hi.filecoverImg}
शोरलाइन चेंज एटलस ऑफ इंडिया (वॉल्यूम- 1) गुजरात, दमन और दीव ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस एटलस में पूरे देश के लिए 1:25,000 स्केल पर 2004-06 और 2014-16 के समय फ्रेम के उपग्रह डेटा का प्रयोग कर तटीय परिवर्तन मानचित्र तैयार किए गए हैं (खंड-1 गुजरात, दमन और दीव का मानचित्र प्रदर्शित करता है)।
अधिक (21.55 MB, )
${hi.filecoverImg}
भारत की सांस्कृतिक धरोहर – झलकियाँ अंतरिक्ष से

सांस्कृतिक विरासत का अभिप्राय अतीत की धरोहरों से है जो हमें पिछली पीढ़ी से मिली है तथा भावी पीढ़ी को सौंपनी होती है। इस पुस्तक में भारतीय सुदूर संवेदन उपग्रह (आईआरएस) द्वारा लिए गए चित्रों के माध्यम से देश की कुछ सांस्कृतिक धरोहरों को अंकित करने व उन स्थानों के बारे में सामान्य जानकारी प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
अधिक (8.92 MB, )
${hi.filecoverImg}
अंतरिक्ष की दुनिया में वार्तालाप

अंतरिक्ष में जाने वाली संरचनाएँ आपस में क्या वार्तालाप करती होगी, यह इस पुस्तक में कार्टूनों के माध्यम से दिखाया गया है। कार्टून के माध्यम से अंतरिक्ष प्रणालियों के मन की दशा और व्यथा को सरल शब्दों में पेश किया जाता है। इस पुस्तक में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के विभिन्न मिशन, उपग्रह, रॉकेट, नीतभार आदि के बारे में जानकारी प्रदान की गई है।
अधिक (4.75 MB, )
${hi.filecoverImg}
आर्कटिक और अंटार्कटिक सी आइस ट्रेंड्स (1999-2009) का एक एटलस- क्विकस्कैट स्कैटरोमीटर डेटा से लिया गया ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

इस रिपोर्ट मे क्विकस्कैट केयू-बैंड प्रकीर्णमापी डेटा (1999-2000) का प्रयोग करके 1x1 डिग्री ग्रिड सेल स्तर के साथ-साथ अर्धगोलीय स्तर पर समुद्री हिम विस्तार में देखे गए हालिया परिवर्तनों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया है।
अधिक (2.83 MB, )
${hi.filecoverImg}
ए ग्लिम्प्स ऑफ इण्डिया बाइ आरआईसैट-1: भाग -1 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

“ए ग्लिम्प्स ऑफ इण्डिया बाइ आरआईसैट-1: भाग -1” शीर्षक वाला प्रथम खंड आरआईसैट-1 के विभिन्न अनुप्रयोग के संबंध में संभावित उपयोगिता की झलकियाँ प्रस्तुत करता है। ये प्रतिबिंब आरआईसैट-1 से भारत मोज़ेक, अंटार्टिक मोज़ेक और व्यष्टिगत दृश्यों से लिए गए हैं।
अधिक (88.53 MB, )
${hi.filecoverImg}
स्नो कवर एटलस ऑफ़ गंगा बेसिन 2008-09 ( सिर्फ इंग्लिश में उपलब्ध )

यह एटलस अक्टूबर 2008 से जून 2009 तक सिंधु बेसिन में हिम आच्छादन का उप-बेसिन वार वितरण प्रस्तुत करता है। इस रिपोर्ट में झेलम, किशन गंगा, एस्टर, शिगो, द्रास, सुरु और जंस्कर उप-बेसिन शामिल हैं।
अधिक (19.32 MB, )
Top