अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख केंद्रों में से एक है। सामाजिक हित के लिए इसरो के विविध मिशनों हेतु अंतरिक्ष वाहित उपकरणों की अभिकल्पना तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोगों के प्रचालन पर अपना ध्यान संकेंद्रित करता है। अनुप्रयोगों में संचार, प्रसारण, नौसंचालन, आपदा मॉनीटरन, मौसमविज्ञान, समुद्रविज्ञान, पर्यावरण मॉनीटरन तथा प्राकृतिक संसाधन सर्वेक्षण शामिल है।
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख केंद्रों में से एक है। सामाजिक हित के लिए इसरो के विविध मिशनों हेतु अंतरिक्ष वाहित उपकरणों की अभिकल्पना तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोगों के प्रचालन पर अपना ध्यान संकेंद्रित करता है। अनुप्रयोगों में संचार, प्रसारण, नौसंचालन, आपदा मॉनीटरन, मौसमविज्ञान, समुद्रविज्ञान, पर्यावरण मॉनीटरन तथा प्राकृतिक संसाधन सर्वेक्षण शामिल है।
भारतीय मौसमविज्ञान सोसायटी- अहमदाबाद चैप्टर (आईएमएसए) द्वारा 30 सितंबर, 2024 को अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, इसरो, अहमदाबाद के यशपाल ऑडिटोरियम में 13 वें प्रो. सतीश धवन व्याख्यान का आयोजन किया गया।
20 सितंबर, 2024 को भारत 24 न्यूज़ चैनल द्वारा ग्रेम चेंजर्रस 2024 गुजरात एंडीशन समारोह के दौरान गुजरात के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के कर कमलों द्वारा श्री नीलेश एम. देसाई, निदेशक, सैक का अभिनंदन किया गया।
07 अगस्त, 2024 को द्वारका पीठ शंकराचार्य श्री सदानंद सरस्वती जी ने सैक समुदाय को धर्म और विज्ञान पर अपने आशीर्वचनों से संबोधित किया
श्री के. कस्तूरीरंगन , भूतपूर्व अध्यक्ष इसरो, भूतपूर्व विशिष्ट सलाहकार इसरो और अध्यक्ष, राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क हेतु राष्ट्रीय संचालन समिति से प्रथम राष्ट्रीय विज्ञान टीम पुरस्कार प्राप्त करने वाली चंद्रयान-3 टीम को बधाई संदेश
ग्लास्गो, यू.के. में आयोजित कॉप26 सम्मेलन के दौरान भारत के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा उल्लिखित एवं घोषित सुदूर संवेदन अनुप्रयोग से संबंधित गतिविधियाँ/ पहल
18 अक्तूबर, 2021 को डॉ. राजीव कुमार, उपाध्यक्ष, नीति आयोग द्वारा डॉ. के. शिवन, अध्यक्ष इसरो की उपस्थिति में इसरो द्वारा विकसित भारत के भूस्थानिक ऊर्जा मानचित्र का विमोचन किया गया।
15 अगस्त, 2021 को अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (इसरो) अहमदाबाद में 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह और आजाद़ी का अमृत महोत्सव की झलकियाँ
विकिरणमापी और प्रकीर्णनमापी डेटासेट का विलयन करके 36 कि.मी. एसएम (विकिरणमापी) स्थूल स्थानिक विभेदन से 2कि.मी. एसएम तक संवर्धन करने के लिए विलयित कलन विधि का विकास एवं सत्यापन किया गया।
सैक की टीम ने हिमशैल डी28 के टकराव के कारण प्रिंसेज रैग्नहिल्ड तट के उपांती रोड़ बाउडोइन हिम खंड के वेस्ट रैग्नहिल्ड हिमनद से हाल में घटित एक केल्विंग का मॉनीटर किया।
14 अप्रैल, 21 को विश्व क्वांटम दिवस की शुरूआत की गई है, संदर्भ 4.14, प्लैंक स्थिरांक : 4.135667696 ×10−15eV.s का प्रथम पूर्ण अंक, क्वांटम भौतिकी अधिशासी मूलभूत स्थिरांक
वायुमंडीय चैनल पर इंटर-बिल्डिंग फ्री स्पेस क्वांटम संचार लिक संस्थापन और क्वांटम संरक्षित लाइव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का प्रदर्शन
28.02.2021 तथा 01.03.2021 को सैक/इसरो द्वारा राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2021 का आयोजन
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक), अहमदाबाद में दिनांक 10/02/2021 को केंद्र के नवनियुक्त कर्मचारियों के लिए राजभाषा कार्यशाला आयोजित की गई।
26 जनवरी 2021 को अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (इसरो) में 72वें गणतंत्र दिवस समारोह की झलकियाँ Glimpses of 72nd Republic Day Celebration at Space Applications Centre (ISRO) Ahmedabad.
सैक की गृह-पत्रिका ‘अभिव्यक्ति’ के 15वें अंक का ऑनलाइन विमोचन दिनांक 29/12/2020 को श्री दीपक कुमार दास, निदेशक, सैक के कर-कमलों द्वारा किया गया।
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक), अहमदाबाद में दिनांक 20/10/2020 को केंद्र के नवनियुक्त कर्मचारियों के लिए राजभाषा कार्यशाला आयोजित की गई।
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक), अहमदाबाद में दिनांक 26/08/2020 को नवनियुक्त कर्मचारियों के लिए राजभाषा कार्यशाला आयोजित की गई।
सैक एस.टी.सी. एवं रिसपांड परियोजनाओं की वार्षिक समीक्षा 2020 के उद्घाटन सत्र की झलकियाँ
17-Sep-2024
12-Sep-2024