निदेशक

डी. के. दास
विशिष्ट वैज्ञानिक
निदेशक, अंतरिक्ष उपयोग केंद्र



श्री डी. के. दास का जन्म सन् 1961 में सौलकुची, असम में हुआ। उन्होंने प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू), जो पूर्व में आईटी बीएचयू के नाम से विख्यात था - से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक. की उपाधि ग्रहण की।

उन्होंने सन् 1983 में अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, इसरो में कार्यग्रहण किया। उन्होंने संचार और नौवहन उपग्रह प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना कैरियर शुरू किया और इन्सैट-2ए से शुरुआत करते हुए सैक में इनसैट/जीसैट उपग्रहों के लिए 30 से भी नीतभारों के समुच्चयन, एकीकरण तथा जाँच में उत्कृष्ट योगदान दिया है। सह परियोजना निदेशक के रूप में उन्होंने अनेक संचार उपग्रह नीतभार विकास परियोजनाओं का नेतृत्व किया है। नाविक प्रणाली (पूर्व में आईआरएनएसएस) के सात नौवहन नीतभारों का निर्माण उप निदेशक, सैटकॉम एवं नौवहन नीतभार क्षेत्र (एसएनपीए) के रूप में आपके नेतृत्व में किया गया।

जीसैट-11 तथा जीसैट-19 सहित उच्च थ्रूपुट उपग्रहों के विकास में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सैटकॉम एवं नौवहन हेतु अनेक अत्याधुनिक सुविधाओं का निर्माण आपके नेतृत्व में संपन्न हुआ है। सैक बोपल परिसर, अहमदाबाद में संचार एवं नौवहन नीतभारों के लिए नवीनतम एआईटी सुविधा की स्थापना हेतु आपने मुख्य भूमिका निभाई।

श्री दास ने अंतरिक्षयान और संबंधित तकनीकियों के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए वर्ष 2010 का इसरो-एएसआई सम्मान प्राप्त किया है। उन्होंने वर्ष 2010 के लिए इसरो मेरिट सम्मान तथा वर्ष 2015 के लिए इसरो निष्पादन उत्कृष्टता सम्मान भी प्राप्त किया है।

श्री दास अंतर्राष्ट्रीय खगोलवैज्ञानिक संघ (आईएएफ) की अंतरिक्ष संचार एवं नौवहन समिति (एससीएएन) के सदस्य भी हैं।

मई 2016 तक, श्री डी.के.दास अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (सैक), इसरो के सह निदेशक रहे।
JSP Page
अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के पास सर्वाधिकार सुरक्षित है।
यह साइट पर अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, अंतरिक्ष विभाग, भारत सरकार का स्वामित्व है।
1600x900 या इससे अधिक विभेदन में बेहतर देखी जा सकती है | IE 9.0 / Firefox 52.0 / Chrome 30.0 पश्चात्वर्ती ब्राउजर समर्थित